ELSS, PPF, FD और NPS: टैक्स सेविंग के लिए कौन सा बेस्ट है?

Dosto हर साल जब इनकम टैक्स का सीज़न आता है, तो निवेशक सोच में पड़ जाते हैं कि कौन-सा निवेश ऑप्शन चुना जाए जिससे टैक्स भी बचे और भविष्य के लिए बचत भी हो। आज हम चार लोकप्रिय टैक्स सेविंग ऑप्शंस – ELSS (Equity Linked Savings Scheme), PPF (Public Provident Fund), FD (Fixed Deposit) और NPS (National Pension System) – की तुलना करेंगे ताकि आप अपने लिए बेस्ट विकल्प चुन सकें।

ELSS, PPF, FD और NPS: टैक्स सेविंग के लिए कौन सा बेस्ट है?

ELSS, PPF, FD और NPS

1- ELSS (इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम)

ELSS एक म्यूचुअल फंड आधारित स्कीम है जो मुख्यतः इक्विटी यानी शेयर बाजार में निवेश करती है। यह धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट देती है।

फायदे:

  • केवल 3 साल की लॉक-इन अवधि (सभी में सबसे कम)
  • उच्च रिटर्न की संभावना (12-15% तक)
  • SIP मोड में निवेश संभव

नुकसान:

  • बाजार जोखिम (Market Risk)
  • रिटर्न निश्चित नहीं

2- PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड)

PPF भारत सरकार द्वारा समर्थित लॉन्ग-टर्म स्कीम है जो 15 साल की लॉक-इन अवधि के साथ आती है।

फायदे:

  • गैर-बाजार आधारित सुरक्षित रिटर्न
  • टैक्स फ्री रिटर्न (EEE – Exempt, Exempt, Exempt)
  • ब्याज दर आमतौर पर 7-8% के बीच

नुकसान:

  • लंबी लॉक-इन अवधि
  • लिक्विडिटी कम

3- 5-Year Tax Saving FD (फिक्स्ड डिपॉज़िट)

बैंकों द्वारा ऑफर की जाने वाली 5 साल की टैक्स सेविंग FD भी धारा 80C के तहत टैक्स बचत का एक माध्यम है।

फायदे:

  • सुरक्षित निवेश विकल्प
  • फिक्स्ड रिटर्न (5.5% – 7.5%)

नुकसान:

  • ब्याज टैक्सेबल होता है
  • लॉक-इन 5 साल
  • महंगाई को मात देना मुश्किल

4- NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम)

NPS एक रिटायरमेंट स्कीम है जो आपको सेक्शन 80CCD(1B) के तहत ₹50,000 अतिरिक्त टैक्स छूट भी देती है (80C के ₹1.5 लाख के अतिरिक्त)।

फायदे:

  • लॉन्ग टर्म रिटायरमेंट प्लानिंग
  • मार्केट व डेट फंड का बैलेंस
  • टैक्स सेविंग ₹2 लाख तक

नुकसान:

  • 60 वर्ष तक आंशिक निकासी ही संभव
  • पूरी राशि टैक्स फ्री नहीं

तुलना सारणी: ELSS vs PPF vs FD vs NPS

फीचरELSSPPFFD (5 Yr)NPS
लॉक-इन अवधि3 साल15 साल5 साल60 साल की उम्र तक
रिटर्नहाई (12-15%)7-8%5.5-7.5%8-10% (औसतन)
जोखिम स्तरहाईबहुत कमबहुत कममध्यम
टैक्स छूट80C80C80C80C + 80CCD(1B)
रिटर्न पर टैक्सLTCG लागूटैक्स फ्रीटैक्सेबलआंशिक टैक्सेबल

किसे चुनें? – Expert Recommendation

  • यदि आप लघुकालीन (3–5 साल) और उच्च रिटर्न चाहते हैं और बाजार जोखिम लेने की क्षमता है – ELSS बेहतर विकल्प है।
  • यदि आप लंबी अवधि के लिए सुरक्षित और टैक्स-फ्री रिटर्न चाहते हैं – PPF अपनाएं।
  • yadi आप बिल्कुल सुरक्षित और सरल विकल्प चाहते हैं – Tax Saving FD उपयुक्त है।
  • यदि आप रिटायरमेंट प्लानिंग और अधिक टैक्स छूट चाहते हैं – NPS बेहतर है।

👉 स्मार्ट निवेशक अपने पोर्टफोलियो में इन सभी का बैलेंस बनाकर बेहतर टैक्स प्लानिंग कर सकते हैं।

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FAQs❓: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. क्या मैं ELSS और PPF दोनों में निवेश करके टैक्स बचा सकता हूं?

हाँ, आप दोनों में निवेश कर सकते हैं और 80C के अंतर्गत कुल ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट ले सकते हैं।

Q2. ELSS में क्या रिटर्न गारंटीड होता है?

नहीं, ELSS में रिटर्न शेयर बाजार पर निर्भर करता है, इसलिए यह गारंटीड नहीं होता।

Q3. क्या NPS में निकासी पूरी तरह टैक्स फ्री होती है?

NPS में 60% तक निकासी टैक्स फ्री है, बाकी 40% से एन्युटी लेनी होती है जिस पर टैक्स लागू होता है।

Q4. PPF में कितनी बार निवेश कर सकते हैं?

आप साल में अधिकतम 12 बार PPF में निवेश कर सकते हैं, न्यूनतम ₹500 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक।

Q5. 5-Year Tax Saving FD का ब्याज टैक्स फ्री होता है क्या?

नहीं, FD का ब्याज पूरी तरह टैक्सेबल होता है।

निष्कर्ष:

Frinds, हर व्यक्ति की टैक्स प्लानिंग ज़रूरतें अलग होती हैं। कोई सुरक्षित रिटर्न चाहता है तो कोई हाई ग्रोथ। इस लेख में दिए गए विश्लेषण के आधार पर आप अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम झेलने की क्षमता के अनुसार सही विकल्प चुन सकते हैं।

Nots: कहीं भी निवेश करने से पहले गहन शोध और विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले |

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